दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।। रुद्रप्रयाग जनपद की सबसे घनी आबादी वाली नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के वसंत विहार मोहल्ले, बैंक कालोनी, टुंड्रा प्रदेश कालोनी और विजयनगर में एक हफ्ते से पेयजल आपूर्ति ठप होने से संकट गहरा गया है। नलों में पानी न आने से स्थानीय निवासी और श्रद्धालु दोनों परेशान हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक माह से पेयजल आपूर्ति अव्यवस्थित चल रही है। कभी कम दबाव तो कभी पूरी तरह पानी बंद होने से लोगों को रोजमर्रा के कामकाज में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा

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है।अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र के लिए पेयजल आपूर्ति एक प्राकृतिक श्रोत से होती है, लेकिन मुख्य पाइपलाइन कई स्थानों पर टूटी हुई है। विभागीय कर्मचारी अस्थायी रूप से टेपकर व्यवस्था चला रहे थे, पर अब वह भी बंद हो गई है। वहीं नगर क्षेत्र में बने दो नलकूप लंबे समय से खराब पड़े हैं, जिससे संकट और गहरा गया है। विजयनगर वार्ड में कई परिवारों के यहां पानी नहीं आ रहा है। स्थानीय लोग आज सुबह से कार्यलय में शिकायत करने पहुंच रहे है वही कई लोगों ने फोन न उठाने की बात की है। स्थानीय निवासी संदीप, मनोज रावत, बीरबल नेगी, सुनीता देवी, माधुरी देवी, विनय भूषण और नीरज नेगी ने बताया कि पानी की किल्लत से पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मची है। इस बीच, अगस्त्यमुनि स्थित श्री अगस्त्य ऋषि मंदिर के मठाधीश योगेश बेंजवाल ने बताया कि पेयजल आपूर्ति बंद होने से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दर्शन व पूजा-पाठ के लिए आने वाले भक्तों के लिए पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है। स्थानीय नागरिकों ने जल संस्थान व प्रशासन से तत्काल व्यवस्था सुचारु करने की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि जल्द आपूर्ति बहाल नहीं की गई, तो वे खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन को बाध्य होंगे। नई पेयजल योजना की उठी मांग रुद्रप्रयाग जनपद की सबसे बड़ी नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में इन दिनों पेयजल समस्या लगातार गहराती जा रही है। नगरवासियों ने अब प्रशासन से नई पेयजल लाइन और स्थायी योजना बनाने की मांग तेज कर दी है। जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक श्रीमती शैला रानी रावत के कार्यकाल में नगर क्षेत्र की पेयजल समस्या को देखते हुए काकड़ागाड पेयजल परियोजना का निर्माण कराया था। लेकिन आपदा के कारण यह योजना प्रभावित हो गई और उसके बाद विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वर्तमान में नगर में पुरानी और अस्थायी व्यवस्था के सहारे ही जल आपूर्ति की जा रही है, जिससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा। हर वर्ष बढ़ती बसावट और आबादी के बावजूद अब तक कोई नई योजना स्वीकृत नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि नई पेयजल योजना तैयार की जाती, तो इससे पूरे नगर क्षेत्र को लाभ मिलता और यहां की संपूर्ण आबादी को नियमित एवं पर्याप्त जल आपूर्ति सुनिश्चित हो पाती। लोगों ने जिला प्रशासन और जल संस्थान विभाग से नई पेयजल परियोजना को तत्काल धरातल पर उतारने की मांग की है, ताकि अगस्त्यमुनि नगर को स्थायी रूप से पानी की किल्लत से राहत मिल सके।