दस्तक पहाड न्यूज कालीमठ।। सिद्धपीठ कालीमाई मंदिर, कालीमठ में आज माँ काली की ऐतिहासिक देवरा यात्रा के प्रथम चरण देवप्रयाग यात्रा का शुभ मुहूर्त विधिवत रूप से घोषित किया गया। मुहूर्त घोषणा कार्यक्रम में कालीमाई पंचगाई क्षेत्र (कालीमठ, ब्यूँखी, काबिल्ठा, बेडुला, जग्गी बग्वान) के सभी हक–हकूकधारियों, क्षेत्रीय जनता तथा कालीमाई पंचगाई समिति के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। कालीमाई पंचगाई समिति के अध्यक्ष लखपत सिंह राणा ने कहा कि “माँ काली की देवरा यात्रा हमारे सांस्कृतिक और

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आध्यात्मिक जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि पंचगाई क्षेत्र की आस्था, एकता और विरासत का प्रतीक है। 7 दिसंबर को डोली के गर्भगृह से बाहर आने का मुहूर्त घोषित होना पूरे क्षेत्र के लिए सौभाग्य का क्षण है। हम सभी हक–हकूकधारियों और श्रद्धालुओं के सहयोग से यात्रा को भव्य, सुचारु और शांति पूर्ण ढंग से सम्पन्न कराएंगे। देवशाल गाँव के आचार्य एवं ह्यूण गाँव के ब्रह्मा आचार्य श्री बैंकट रमण सेमवाल द्वारा विधि-विधान के साथ माँ काली की देवरा यात्रा का शुभ मुहूर्त निर्धारित किया गया। आचार्य सेमवाल ने घोषणा की कि 7 दिसंबर 2025 (रविवार) को माँ काली की डोली कालीमठ मंदिर के गर्भगृह से बाहर निकलेगी।डोली के गर्भगृह से बाहर आने के पश्चात यात्रा का द्वितीय चरण आरंभ होगा, जिसमें माँ काली सर्वप्रथम अपने पंचगाई क्षेत्र का भ्रमण करेंगी। यात्रा पूर्ण होने के बाद माँ काली की डोली पारंपरिक रूप से देवप्रयाग के लिए प्रस्थान करेगी।क्षेत्रवासियों में आगामी देवरा यात्रा को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। इस अवसर पर अध्यक्ष लखपत सिंह राणा, सचिव सुरेशानंद गौड़, उपाध्यक्ष सुदर्शन राणा, देवेंद्र राणा, प्रदीप राणा, आशीष राणा, रविन्द्र राणा, नरोतम राणा, शिवराज सिंह राणा, मनबर चौहान, श्रीमती बिंदु देवी राणा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।