तल्लानागपुर पट्टी में 25 वर्ष बाद ब्रह्मशक्ति प्रकट्य से गूँजी आस्था, मां चण्डिका की ऐतिहासिक देवरा महाबन्याथ यात्रा प्रारंभ
1 min read23/11/2025 7:37 pm

दीपक बेंजवाल दस्तक पहाड न्यूज फलासी।
तल्लानागपुर पट्टी की आराध्य देवी, सुप्रसिद्ध राजराजेश्वरी मां चण्डिका की पौराणिक देवरा बन्याथ यात्रा 25 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद शनिवार को पूर्ण विधि-विधान के साथ आरंभ हो गई। आज जैसे ही प्रातःकाल फलासी गांव स्थित बनातोली में मां भवानी के प्रथम दर्शन हुए, संपूर्ण पंचकोटी क्षेत्र ‘जय माँ चण्डिका’ के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। क्षेत्र में वर्षों बाद उमड़ी यह आस्था की धारा भक्तों के लिए भाव-विभोर कर देने वाली बनी।
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रात्रि में मां चण्डिका के ब्रह्मगुरु पं. जगदम्बा प्रसाद बेंजवाल और ब्रह्मकोटी बेंजी के बेंजवाल ब्राह्मणों द्वारा सिद्ध अनुष्ठानिक पूजाओं के बीच ब्रह्मसांठा (सिद्ध) गया। इस दौरान मां चण्डिका के नवीन काष्ठ विग्रह फरस की प्रतिष्ठा भी की गई। प्रातः 3:37 बजे ब्रह्मशक्ति जैसे ही पूर्ण रूप से प्रकट हुई, दर्शनों के लिए प्रतीक्षारत श्रद्धालुओं की आँखें नम हो उठीं और जयकारों की गूँज संपूर्ण तुंगनाथ घाटी तक फैल गई। ब्रह्मगुरु द्वारा ब्रह्मशक्ति को देवी के ऐरवाल (वाहक वीरों) को सौंपे जाने के बाद मां चण्डिका अपने मूल मंदिर परिसर पहुँचीं। मंदिर परिक्रमा के उपरांत पंचकोटी ग्रामों के ग्रामीणों ने स्वागत स्तवन किया। इसके बाद देवी पुनः बनातोली में लौटकर दिशा ध्याणियों से भेंट कर आशीष प्रदान किया। देवी के सान्निध्य में कई ध्याणियाँ भावुक हो उठीं और भक्तों पर देवी-देवता प्रकट होने की अनुभूतियाँ भी सामने आईं। मंदिर परिसर में हुए ऐरवाल नृत्य और धूपझड़ा नृत्य के बीच भक्तों ने देवी का आशीर्वाद प्राप्त किया। अब आने वाले छह माह तक मां चण्डिका देवरा कर गांव–गांव भ्रमण कर भक्तों की कुशल-क्षेम पूछेंगी।
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श्री तुंगनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष और मां चण्डिका बन्याथ के यज्ञपति मानवीरेंद्र बर्त्वाल ने कहा, “आज का दिन पंचकोटी गांवों के लिए भावुक और अविस्मरणीय बन गया। मां चण्डिका ने हर भक्त के हृदय को तृप्त किया। इस दिव्य परंपरा के सफल आयोजन में ब्रह्मकोटी बेंजी, फलासी के पुजारीगण, पंचकोटी के वरिष्ठजनों और उत्साही नई पीढ़ी ने जो समर्पण दिखाया, वह नमन योग्य है।”
मंदिर समिति के सचिव पूर्ण सिंह खत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पंचकोटी की आस्था ने आज फिर इतिहास रचा है। लंबे अंतराल के बाद यह अतिमहत्त्वपूर्ण दायित्व सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मैं समस्त ग्रामीणों, व्यवस्थापकों, ब्रह्मगुरुजनों तथा श्रद्धालु भक्तों का हृदय से धन्यवाद करता हूँ। इसी मंगल कामना के साथ मां चण्डिका की अनुकंपा सदैव क्षेत्रवासियों पर बनी रहे।
इस पावन अवसर पर श्री तुंगेश्वर मंदिर समिति फलासी के प्रबंधक रणजीत सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष यशवंत सिंह नेगी, उपाध्यक्ष कैप्टन दलवीर सिंह राणा, धीर सिंह झिंक्वाण, मनीष मेवाल, आशुतोष नेगी, जिला पंचायत सदस्य संपन्न नेगी, योगम्बर नेगी, संजय सिंह नेगी सहित ब्रह्मकोटी बेंजी गांव से आचार्य हरीश, जगदम्बा, कैलाश, अनसूया, अरुण, अनिल, देवेंद्र, संदीप, प्रवीण, मनीष, दिनेश, दीपक, सूरज, कृष्णा बेंजवाल, श्री तुंगनाथ मंदिर के अर्चक विशम्भर भट्ट व त्रिलोचन भट्ट, समाजसेवी त्रिभुवन चौहान, देवी के बाजीगर लोककलावंत तथा पंचकोटी गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। पर्वतों की निस्तब्धता में गूँजती आस्था और भावनाओं से सराबोर माहौल ने तल्लानागपुर पट्टी को वर्षों बाद फिर से उस दिव्यता का साक्षी बनाया जिसे आज पूरी घाटी याद रखेगी
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तल्लानागपुर पट्टी में 25 वर्ष बाद ब्रह्मशक्ति प्रकट्य से गूँजी आस्था, मां चण्डिका की ऐतिहासिक देवरा महाबन्याथ यात्रा प्रारंभ
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