दिवाकर भट्ट उत्तराखंड के सबसे बड़े राज्य आंदोलनकारी, अगस्त्यमुनि में जनता ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
1 min read27/11/2025 5:21 pm

दस्तक पहाड न्यूज अगस्त्यमुनि।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के महानायक, पुरोधा और फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट जी को अगस्त्यमुनि नगर पंचायत सभागार में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोस्वामी ने की।
कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक एवं व्यापारिक संगठनों से जुड़े लोगों ने दिवंगत नेता के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। कार्यक्रम में केदारनाथ विधानसभा से विधायक प्रत्याशी डॉ. आशुतोष भंडारी, बलबीर सिंह चौधरी, त्रिभुवन नेगी, प्रदेश व्यापार महामंत्री मोहन रौतेला, वरिष्ठ पत्रकार अनसूया प्रसाद मलासी, हरि सिंह बिष्ट, प्रकाश गुनसोला, विक्रम फर्स्वाण, प्रेम सिंह रावत, कालिका कांडपाल, त्रिभुवन सिंह नेगी, दीपक बेंजवाल सहित अनेक लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन और मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी। नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोस्वामी ने दिवाकर भट्ट को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि “दिवाकर भट्ट जी उत्तराखंड राज्य आंदोलन की जीवंत प्रेरणा थे। उन्होंने आंदोलन के कठिन दौर में जो संघर्ष किया, वह हमेशा स्मरणीय रहेगा। उन्होंने पर्वतीय समाज की आवाज को न केवल बुलंद किया बल्कि उसे दिशा भी दी। आज हम उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए राज्य आंदोलन की उस तपस्या को भी याद कर रहे हैं, जिसकी बदौलत हमें अपना अलग राज्य मिला। उन्होंने आगे कहा कि यह श्रद्धांजलि सभा दिवाकर भट्ट जैसे महान संघर्षशील नेता के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है। वरिष्ठ पत्रकार अनसूया प्रसाद मलासी ने कहा कि दिवाकर भट्ट उत्तराखंड के सबसे बड़े राज्य आंदोलनकारी थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन उत्तराखंड राज्य के निर्माण और उसकी अस्मिता की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया। यूकेडी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष डॉ. आशुतोष भंडारी ने कहा कि “फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट ने संस्थापक उपाध्यक्ष रहते हुए हमेशा उत्तराखंड क्रांति दल की विचारधारा को आगे बढ़ाया। उनकी सोच एक समृद्ध, स्वाभिमानी और आत्मनिर्भर उत्तराखंड के निर्माण पर केंद्रित रही। प्रदेश व्यापार महामंत्री मोहन रौतेला ने कहा कि “वह अत्यंत जनप्रिय नेता थे। राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने पूरे पर्वतीय समाज के हित में कार्य किया। राज्य निर्माण के पीछे उनका संघर्ष अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य निर्माण में सबसे अग्रणी भूमिका निभाने वाले उत्तराखंड के फील्ड मार्शल रहे दिवाकर भट्ट जी के निधन पर छोटा सा शासनादेश निकाल कर हरिद्वार में राजकीय शोक की केवल इतिश्री की गई। जबकि पूरे राज्य में राजकीय शोक होना चाहिए था। नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष त्रिभुवन नेगी ने भावुक होकर कहा कि “दिवाकर भट्ट जी का निधन एक युग का अंत है। वह पर्वतीय समाज की चेतना थे।
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