✍️लक्ष्मण नेगी / ऊखीमठ
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि कल महाशिवरात्रि पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में रावल भीमाशंकर लिंग,मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, विद्वान आचार्यों व हक – हकूकधारियो की मौजूदगी में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी ! मन्दिर समिति द्वारा कपाट खोलने की तिथि घोषित होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है तथा भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को अनेक प्रकार के फूलों से सजाया गया है! मन्दिर समिति के अधिकारियों ने बताया कि भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित करते समय कोविड 19 की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जायेगा , तथा भक्तों द्वारा सोसल दूरी के तहत पूजा – अर्चना, जलाभिषेक, कीर्तन भजन किये जायेंगे तथा दिल्ली के भक्तों द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया जायेगा! जानकारी देते हुए मन्दिर समिति कार्यालय अधीक्षक राजकुमार नौटियाल ने बताया कि कल महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी तथा कपाट खोलने की तिथि घोषित होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है! मन्दिर सुपरवाइजर यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मुजफ्फरनगर व हापुड़ के दो दानियों के सहयोग से लगभग 8 कुन्तल फूलों से भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर को भव्य रूप से सजाया गया है तथा दिल्ली निवासी प्रेम रस्तोगी, अनिल गोयल, नरोत्तम गर्ग, श्याम सुन्दर शर्मा के सहयोग से विशाल भण्डारे का आयोजन किया जायेगा! उन्होंने बताया कि विगत दो वर्षों से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद यात्रा पर विराम लग गया था इसलिए इस वर्ष स्थानीय तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों में भारी उत्साह बना हुआ है! उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर ही मन्दिर समिति तथा केदारनाथ, मदमहेश्वर, विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी तथा ओकारेश्वर मन्दिर में प्रधान पुजारियों की तैनाती की जायेगी!