रूद्रप्रयाग। जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम को प्रातः 11ः30 बजे सूचना प्राप्त हुई कि जनपद रुद्रप्रयाग के तिलणी क्षेत्र में आए भूकंप के कारण गुरु रामराय पब्लिक स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त हुआ है जिसमें कई स्कूली बच्चों के भवन में फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है। सूचना प्राप्त होते ही आपदा प्रबंधन टीम द्वारा निरंकारी भवन लमेरी के निकट स्टेजिंग एरिया बनाया गया जिसमें स्टेजिंग मैनेजर श्रीमती अपर्णा ढौंडियाल के नेतृत्व में घटना स्थल के लिए राहत एवं बचाव दल त्वरित भेजा गया जिसमें 06 डीडीआरएफ, 06 एसडीआरएफ टीम सहित फायर एंबुलेंस एवं डाॅक्टरों की टीम को राहत एवं बचाव के लिए घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। राहत एवं बचाव टीम द्वारा घटना स्थल पर पहुंच कर त्वरित कार्यवाही करते हुए राहत एवं बचाव कार्य किया गया जिसमें घायल हुए 05 बच्चों को बाहर निकाला गया जिनका

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मौके पर ही चिकित्सा टीम द्वारा उपचार किया गया तथा एक छात्र जो दूसरी मंजिल में फंसे हुए छात्र का टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया।   प्राकृतिक आपदाओं की घटना से होने वाले नुकसान को कम करने व कम समय में त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किए जाने के उद्देश्य से जनपद में गठित आईआरएस टीम द्वारा आज माॅकड्रिल (पूर्वाभ्यास) किया गया, जिसका मकसद आपदा की स्थिति में जनपद में किस तेजी व किस स्तर से राहत एवं बचाव कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ बीबी गणनायक द्वारा जनपद के कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा के संबंध में आईआरएस से जुड़े सभी अधिकारियों व कार्मिकों को आपदा प्रबंधन के संबंध में प्रशिक्षण देते हुए कहा कि किसी भी घटना के घटित होने पर जो जिम्मेदारी एवं दायित्व जिस अधिकारी को दी गई है वह अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता से करना सुनिश्चत करें। उन्होंने यह भी कहा कि आज किए गए माॅकड्रिल के दौरान क्या कमियां रही एवं क्या कमियां रहने की संभावना रहती हैं तथा विभागीय अधिकारियों का सूचनाओं का आदान-प्रदान करने से संसाधनों का लक्षित तरीके से पहुंचाने में किस तरीके से बेहतर से बेहतर उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि माॅकड्रिल का उद्देश्य कार्मिकों को प्रशिक्षण देने तथा अपनी कमियों को जानना व उन्हें दूर करना है। जनपद में पहली बार माॅकड्रिल वर्चुअल माध्यम से माॅनीटरिंग की गई तथा जो कार्यवाही घटना स्थल पर हो रही है उसे लाइव देखा गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ द्वारा आपदा के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा की जाने वाले कार्यों एवं उनके संबंध में विस्तार से जानकारी अवगत कराई गई इसके लिए सभी अधिकारी किसी भी घटना घटित होने पर अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता के साथ करना सुनिश्चित करेंगे।  इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह चौधरी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, जिला हौम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डाॅ. निशा फर्त्याल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी राजेंद्र विराटिया, तहसीलदार मंजू राजपूत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।