हरीश गुसाईं / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड़ न्यूज ब्यूरो। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के जन्म दिन खेल दिवस के अवसर पर प्रदेश सरकार की खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने वाली महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृति योजना में चयनित छात्र छात्राओं को तीन माह की छात्रवृति के चेक वितरित समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के 8 से 14 वर्ष के छात्र छात्राओं के कुल छः वर्गों में 300 उदीयमान खिलाड़ियों को तीन माह की छात्रवृति प्रत्येक को रू0 45 सौ के चेक द्वारा

Featured Image

वितरित की गई। खेल विभाग के बैडमिण्टन हॉल में जनपद के उदीयमान खिलाड़ियों को चेक वितरण समारोह का शुभारम्भ करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेल एवं खिलाड़ियों के समग्र विकास हेतु उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्र वृति योजना लागू कर प्रदेश के दूर दराज के खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधा देने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने का जो प्रयास किया है वह खेल के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी जी की सोच है कि गरीब की प्रतिभा को निखारने के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने देंगे।यह छात्रवृति छात्रों को पौष्टिक आहार के साथ ही खेल संसाधनों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए है। उन्होंने छात्रवृति पाने वाले छात्र छात्राओं को अगले वर्ष भी छात्रवृति पाने के लिए अभी से ही प्रयासरत रहने की नसीहत दी। जो छात्र छात्रायें इस वर्ष छात्रवृति पाने से वंचित रह गये हैं, वे अगले वर्ष के लिए तैयारी में जुट जायें। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने पाल्यों को भी खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित करें। जिला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने सभी उदीयमान खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनायें देते हुए आशा व्यक्त की कि वे इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने जिला, प्रदेश एवं राष्ट्र का नाम रोशन करें। मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने सभी उदीयमान खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि वे प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठायें। जिला क्रीड़ाधिकारी महेशी आर्य ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट करते हुए बताया कि 8 से 14 वर्ष के छात्र छात्राओं के छः वर्गों में 150 प्रतिभावान बालक एवं 150 प्रतिभावान बालिकाओं का विभिन्न स्तरों पर हुई दक्षता परीक्षा के बाद चयन किया गया है। जिन्हें आज तीन माह की छात्रवृति रू0 45 सौ का चेक वितरित किया गया है। उन्होंने उदीयमान खिलाड़ियों के चयन में सहयोग देने वाले सभी कार्मिकों एवं शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को ब्लॉक प्रमुख विजया देवी, नपं अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी वाईएस चौधरी, जिशिअ (प्राशि) नागेन्द्र बर्त्वाल, कबड्डी एसोसियेशन के प्रान्तीय उपाध्यक्ष नरेन्द्र रौथाण आदि ने भी सम्बोधित किया। संचालन केएस रावत ने किया। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि श्रीनन्द जमलोकी, वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता विक्रम नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट, खेल प्रशिक्षक अरविन्द चौहान, मनवर नेगी, दीपक रावत, कमलेश जमलोकी, विभिन्न विद्यालयों के व्यायाम शिक्षक, लाभार्थी छात्र छात्रायें एवं बड़ी संख्या में अभिभावक मौजूद रहे। फोटो - मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृति योजना के लाभार्थी को चेक वितरित करती केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत।  एक और शासन प्रशासन मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृति योजना के प्रारम्भ होने तथा योजना में लाभार्थियों को चेक वितरित करते हुए प्रदेश सरकार की जय जयकार करने में कसीदे पढ़ रहे थे। वहीं प्रदेश सरकार की इस महत्वांकाक्षी योजना को परवान चढ़ाने एवं इस अन्जाम तक पहुंचाने में न्याय पंचायत स्तर से जिला स्तर तक अपना सम्पूर्ण योगदान देने वाले व्यायाम शिक्षक अपनी अनदेखी से नाराज दिखे। उनका कहना था कि जिन शिक्षकों के मार्गदर्शन में छात्र छात्रायें यह छात्र वृति पा सके, इन छात्र छात्राओं को न्याय पंचायत स्तर से ब्लॉक स्तर तक तथा ब्लॉक स्तर से जिला स्तर तक प्रतिभाग कराने में तन, मन और धन लगाया। यहां तक कि चेक वितरण समारोह में भी लाने के लिए अपने स्तर से संसाधन जुटाये। उन शिक्षकों के लिए न तो आने जाने का किराया ही मिला और न ही सम्मान के दो शब्द। खेल के क्षेत्र में निचले स्तर से उच्च स्तर तक हर प्रतियोगिता को सम्पन्न कराने से लेकर प्रतिभागियों को आयोजन स्थल तक पहुंचाने तथा खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने लायक बनाने में व्यायाम शिक्षकों की अहम भूमिका रहती है। परन्तु हर स्तर पर इन्हें हमेशा अनदेखा किया जाता है। वहीं जिला क्रीड़ाधिकारी महेशी आर्य का कहना है कि उदीयमान खिलाड़ियों के चयन में जनपद के व्यायाम शिक्षकों की अहम भूमिका रही है। शिक्षकों को पहले ही बता दिया गया था कि योजना में मार्ग व्यय की व्यवस्था नहीं है। अगले वर्ष योजना से पूर्व होने वाली बैठक में उच्चाधिकारियों को शिक्षकों की समस्याओं से अवगत करा दिया जायेगा।