हरीश गुसाई  / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड न्यूज  - केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि में बेहतर स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने की मुहिम रंग लाने लगी है। धीरे धीरे ही सही परन्तु सीएचसी अगस्त्यमुनि का कायाकल्प हो रहा है और यह सुविधा सम्पन्न स्वास्थ्य केन्द्र की ओर अग्रसर हो रहा है। सीएचसी में न केवल विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति हो रही है बल्कि संसाधनों में भी वृद्धि होने से यह केदारघाटी की लाइफलाइन बनता जा रहा है।

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2022 विधान सभा चुनावों में बम्पर जीत के बाद केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने सर्वप्रथम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया। क्योंकि वे स्वयं गम्भीर बीमारी से उबरकर जनता के बीच पहुंची हैं। इसलिए उन्हें इसका आभास है कि दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कितनी अहमियत है। इसलिए उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना अपनी पहली प्राथमिकता बनाई। जिसके तहत गुप्तकाशी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को उच्चीकृत करते हुए उपजिला चिकित्सालय बनाने की कवायद शुरू हो गई है। और भूमि चयन होते ही इस पर युद्धस्तर पर कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। सीएचसी अगस्त्यमुनि में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के प्रथम चरण में जनरल सर्जन की नियुक्ति के साथ ही निष्चेतक चिकित्सक एवं रेडियोलोजिस्ट की नियुक्ति हुई है। जबकि शीघ्र ही हड्डी रोग विशेषज्ञ के साथ ही जनरल फिजिसियन तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ की भी नियुक्ति हो जायेगी। सीएचसी में जनरल सर्जन डॉ वैभव कुमार की नियुक्ति के बाद से ही लगातार छोटे-बड़े ऑपरेशन होने लगे हैं। विगत एक माह के दौरान 32 बड़े तथा कई छोटे ऑपरेशन इनके द्वारा किए गये हैं। जिसमें पित्त की थैली, हार्निया तथा पाइल्स के ऑपरेशन शामिल हैं। वह भी तब जब ऑपरेशन थियेटर पूर्ण रूप से सुसज्जित नहीं हो पाया है। कई बार तो डॉ वैभव अपने संसाधनों से ही ऑपरेशन कर रहे हैं। ऑपरेशन में उनका साथ डॉ गौरव जोशी (निष्चेतक) तथा डॉ प्रिया (एलएमओ) के साथ ही फार्मासिस्ट दलेबूलाल, सिस्टर रोमा, वार्ड बॉय दलवीर लाल एवं कुलदीप दे रहे हैं। सीएचसी में रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के साथ ही अल्ट्रासाउण्ड मशीन लगने से सबसे अधिक फायदा गर्भवती महिलाओं को हुआ है। केदारघाटी के साथ ही बसुकेदार तहसील की एक लाख से अधिक जनसंख्या के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है। अब तक उन्हें अल्ट्रासाउण्ड के लिए रूद्रप्रयाग एवं श्रीनगर जाना पड़ता था। यहां प्रतिदिन 25 से 30 अल्ट्रासाउण्ड हो रहे हैं। हृदय रोगियों के लिए भी ईसीजी मशीन लग जाने से काफी राहत मिली है। हालांकि सीएचसी में काफी संसाधन जुटाये गये हैं लेकिन अभी भी काफी कुछ करना बाकी है। केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत एवं सीएमओ डॉ. एचसीएस मर्तोलिया के अथक प्रयासों से आज सीएचसी जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जिला चिकित्सालय के समकक्ष हो गई है। यहां पर प्रतिदिन 300 से अधिक ओपीडी पैशेण्ट आ रहे है। जबकि विगत एक माह में 200 से अधिक आईपीडी पैशेण्ट भर्ती हुए। सर्जन की नियुक्ति के बाद प्रतिदिन ऑपरेशन भी हो रहे हैं। जबकि अल्ट्रासाउण्ड के लिए प्रत्येक दिन लम्बी लाइन लगी रहती है। कहा जा सकता है कि यह सीएचसी पूरी केदारघाटी की लाइफ लाइन बनता जा रहा है। निकट भविष्य में और भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति होनी है जिसके लिए ओपीडी कक्षों की कमी बनी हुई है। वहीं विशेषज्ञ चिकित्सकों के आने से उन्हें आवश्यक उपकरणों तथा अन्य संसाधनों की आवश्यकता पड़ेगी। - डॉ विशाल वर्मा (प्रभारी चिकित्साधीक्षक, सीएचसी, अगस्त्यमुनि)  श्रीमती शैलारानी रावत (विधायक केदारनाथ) - केदारघाटी में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकता है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के साथ ही उपकरणों की कमी को दूर किया जा रहा है। पिछले एक वर्ष में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ है। अभी और सुधार की आवश्यकता है। समय लग सकता है परन्तु वे आश्वस्त है कि धीरे धीरे हर कमी दूर हो जायेगी। - श्रीमती शैलारानी रावत (विधायक केदारनाथ)