बता दें बीते रविवार को भयंकर अतिवृष्टि के कारण गौंडार के समीप बणातोली में मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला एकमात्र पुल बह गया था, जिसके बाद धाम में गए ढाई सौ से अधिक यात्री वहाँ फंस गए। बणातोली में उफनती मार्कण्डेय और मधुगंगा से रेस्क्यू में बड़ी दिक्कत थी, मंगलवार दिनभर चले रेसक्यूं के बाद देर सांय रस्सियों के सहारे 52 लोग सुरक्षित निकाल लिए गए। लेकिन उफनती नदी से सभी को रस्सियों से निकालना संभव नही था, जिसके बाद एकमात्र विकल्प हेली रेसक्यूं था, जिसके लिए अस्थाई हैलीपैड की जरूरत थी। जब यह सूचना गौंडार गाँव के (नानू) खर्क के महिलाओं तक पहुंची तो तीर्थयात्रियों को बचाने के लिए वो आगे आई और नानू खर्क में महिलाओं व ग्रामीणों ने वैकल्पिक हैलीपेड बना दिया। यहाँ गौंडार गाँव के सीमित संख्या में ही कुछ परिवार रहते है जो रास्ते में होमस्टे चलाते है। लोगों को बचाने के लिए महिलाओं ने बच्चों को पीठपर बांधकर हैलीपैड बनाने में जुट गई। कालीमठ के जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा भी मौके पर पहुँच कर मदद अभियान में जुट गए है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमों के साथ स्थानीय निवासी भी मदद कर रहे है। नानू में मौजूद गौंडार की बहादुर महिलाओं ने लोगों की मदद के लिए अस्थाई हैलीपैड बनाकर राहतभरा कार्य किया है।
राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेने पहुँचे कालीमठ जिलापंचायत सदस्य विनोद राणा
आज मौसम के साफ होने पर मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर निकाला जा रहा है। मदमहेश्वर धाम से तकरीबन 6-7 कि0मी0 नीचे नानू नामक स्थान पर स्थानीय लोगों व महिलाओं की मदद से वैकल्पिक व अस्थाई हैलीपैड तैयार किया गया है। यहाँ तक लोग पैदल पहुंच रहे हैं। इन लोगों को हैलीकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है। आज अब तक 60 लोगों का हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर लिया गया है। अस्थाई हैलीपैड पर लोगों को तरतीबवार भेजने हेतु थाना गुप्तकाशी का पुलिस बल मौजूद है।
128 का हुआ रेसक्यू
तहसीलदार उखीमठ दीवान सिंह राणा ने अवगत कराया है कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण वहां फंसे श्रद्धालुओं का जिलाधिकारी के निर्देशन में हेली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है हेली सेवा के माध्यम से सुबह से ही रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है सुबह से 68 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया है। कल सायं को 52 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। अब तक 120 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर लिया गया है। बाकी श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कार्य जारी है।
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गौंडार की महिलाओं का देखिए जज्बा, बच्चों को पीठ पर बांध रेसक्यूं के लिए बना दिया हेलीपैड
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दीपक बेंजवाल / गौंडार
दस्तक पहाड न्यूज। मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों का बुधवार सुबह हैलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू शुरू हो गया है।
[caption id="attachment_32706" align="aligncenter" width="1080"] आपदा में फंसे यात्री[/caption]
बता दें बीते रविवार को भयंकर अतिवृष्टि के कारण गौंडार के समीप बणातोली में मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला एकमात्र पुल बह गया था, जिसके बाद धाम में गए ढाई सौ
से अधिक यात्री वहाँ फंस गए। बणातोली में उफनती मार्कण्डेय और मधुगंगा से रेस्क्यू में बड़ी दिक्कत थी, मंगलवार दिनभर चले रेसक्यूं के बाद देर सांय रस्सियों
के सहारे 52 लोग सुरक्षित निकाल लिए गए। लेकिन उफनती नदी से सभी को रस्सियों से निकालना संभव नही था, जिसके बाद एकमात्र विकल्प हेली रेसक्यूं था, जिसके लिए
अस्थाई हैलीपैड की जरूरत थी। जब यह सूचना गौंडार गाँव के (नानू) खर्क के महिलाओं तक पहुंची तो तीर्थयात्रियों को बचाने के लिए वो आगे आई और नानू खर्क में
महिलाओं व ग्रामीणों ने वैकल्पिक हैलीपेड बना दिया। यहाँ गौंडार गाँव के सीमित संख्या में ही कुछ परिवार रहते है जो रास्ते में होमस्टे चलाते है। लोगों को
बचाने के लिए महिलाओं ने बच्चों को पीठपर बांधकर हैलीपैड बनाने में जुट गई। कालीमठ के जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा भी मौके पर पहुँच कर मदद अभियान में जुट गए
है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन की टीमों के साथ स्थानीय निवासी भी मदद कर रहे है। नानू में मौजूद गौंडार की बहादुर महिलाओं ने लोगों की
मदद के लिए अस्थाई हैलीपैड बनाकर राहतभरा कार्य किया है।
[caption id="attachment_32707" align="aligncenter" width="960"] राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेने पहुँचे कालीमठ जिलापंचायत सदस्य विनोद राणा[/caption]
आज मौसम के साफ होने पर मदमहेश्वर घाटी में फंसे लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर निकाला जा रहा है। मदमहेश्वर धाम से तकरीबन 6-7 कि0मी0 नीचे नानू नामक स्थान
पर स्थानीय लोगों व महिलाओं की मदद से वैकल्पिक व अस्थाई हैलीपैड तैयार किया गया है। यहाँ तक लोग पैदल पहुंच रहे हैं। इन लोगों को हैलीकॉप्टर द्वारा रांसी
गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है। आज अब तक 60 लोगों का हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर लिया गया है। अस्थाई हैलीपैड पर
लोगों को तरतीबवार भेजने हेतु थाना गुप्तकाशी का पुलिस बल मौजूद है।
128 का हुआ रेसक्यू
तहसीलदार उखीमठ दीवान सिंह राणा ने अवगत कराया है कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल
एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण वहां फंसे श्रद्धालुओं का जिलाधिकारी के निर्देशन में हेली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है हेली सेवा के
माध्यम से सुबह से ही रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है सुबह से 68 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया है। कल सायं को 52 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। अब तक 120
श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर लिया गया है। बाकी श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कार्य जारी है।