कालिका काण्डपाल  / अगस्त्यमुनिशुक्रवार से महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में अपनी मांगों को लेकर छात्र संगठन एनएसयूआई ने भी आन्दोलन में कूदते हुए आमरण अनशन शुरू कर दिया है। जबकि शनिवार शाम एबीवीपी का पहले से अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन आज उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के संपूर्ण मांगो को पूरा करने के आश्वासन बाद समाप्त कर दिया गया है।

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शनिवार सुबह महाविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व एन एस यू आई के छात्र एक जैसी मांगों को लेकर अलग-अलग तंबू तानकर बैठ गये। जिसके बाद आंदोलनरत छात्रों के प्रतिनिधि अपनी मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मिलने रूद्रप्रयाग गए। जहां मंत्री के आश्वासन के बाद एबीवीपी ने अपने अनशन को समाप्त करने की घोषणा कर दी। जबकि एनएसयूआई के प्रमोद भलवाण अभी भी अनशन पर बैठे हैं।  NSUI के अनशन स्थल पर शुभम बिष्ट, अखिलेश बमोला, शुभम कुमाईं, नवल रावत, अभिषेक बुटोला आदि बैठे हैं तो उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के रूद्रप्रयाग आगमन पर आज आंदोलनरत दोनों छात्र नेताओं का प्रतिनिधिमंडल उनसे वार्ता करने गया है। मंत्री ने छात्रों की सभी मांगों को मान लिया है। जिसके उपरांत महाविद्यालय में आभविप के आन्दोलनकारी छात्रों को वरिष्ठ भाजपा नेता अनूप सेमवाल, प्रधान संगठन के पूर्व अध्यक्ष विक्रम नेगी द्वारा जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवा दिया गया। महाविद्यालय में पीजी स्तर पर वाणिज्य संकाय के अंतर्गत एम. कॉम, कला संकाय में एम. ए. इतिहास, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, दर्शनशास्त्र विषयों के संचालन की स्वीकृति, महाविद्यालय में एनसीसी यूनिट की स्थापना,रिक्त पदों पर प्राध्यापकों की नियुक्ति सहित प्राचार्य की नियुक्ति की मांगें हैं। अनशन स्थल से उठाये गये छात्र संघ अघ्यक्ष गोरव भट्ट अभी भी रूद्रप्रयाग चिकित्सालय में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। महाविद्यायल के प्राचार्य डा सीताराम नैथाणी ने बताया कि छात्रों की मुख्य मांग कालेज परिसर में कैन्टीन संचालन के लिये टेन्डर आमंत्रित किये गये हैं। अन्य सभी मागें शासन स्तर की हैं।