दीपक बेंजवाल  / केदारनाथ  दस्तक पहाड न्यूज।। केदारनाथ धाम में भू स्वामित्व समेत अन्य मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे तीर्थ पुरोहितों का धरना जिला प्रशासन से बातचीत के बाद आज समाप्त हो गया।

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जिला प्रशासन की ओर से अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह एवं तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा ने अनशन पर बैठे तीर्थ पुरोहितों के साथ वार्ता कर कहा कि शासन द्वारा जारी दिशा- निर्देशों के अनुपालन में ही भू स्वामित्व के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। तीर्थ पुरोहित अपनी मांगों को लेकर 16 सितंबर से धरने पर बैठे पुरोहितों ने अपना अनशन वापस ले लिया। इसके साथ ही आमरण अनशन पर बैठे तीर्थ पुरोहित संदीप सेमवाल और कमल तिवारी ने तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा द्वारा जूस पिलाने के बाद अनशन वापस लेने की घोषणा की। इस मौके पर केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, आचार्य संतोष त्रिवेदी, संदीप शर्मा, संजय तिवारी, कमल तिवारी, कोषाध्यक्ष प्रवीण तिवारी, प्रदीप शुक्ला, पंकज शुक्ला, उमेश चंद्र पोस्ती सहित अन्य तीर्थ पुरोहित एवं व्यापारी मौजूद रहे। बता दें विगत शनिवार को केदारनाथ धाम में पूर्ण बंदी आहूत की गई। बड़ी तादाद में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित और भवन स्वामी चार सूत्रीय मांग जिसमें वर्ष 2013 की आपदा में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त भवन स्वामियों को भू स्वामित्व देने, मंदिर चबूतरा बनाने में अधिग्रहित भूमि के ऐवज में भूस्वामित्व के साथ भवन देने और अनुबंधों के आधार पर तीर्थ पुरोहितों के भवनों को जल्द तैयार कर सौपने और केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में लगाऐ कथित सोने की उच्चस्तरीय जांच की मांग पर प्रदर्शन कर रहे है।