हुनरमंद होना समय की मांग, स्थानीय उत्पादों का हो विकास-अरूणा बेंजवाल
1 min read04/11/2023 4:33 pm
हरीश गुसाई / अगस्त्यमुनि।
दस्तक न्यूज ब्यूरो। छात्र छात्राओं को स्थानीय उत्पादों के माध्यम से व्यावसायिक कौशल को विकसित करने के उद्देश्य से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रूद्रप्रयाग, रतूड़ा (डायट) द्वारा जिला उद्योग केन्द्र रूद्रप्रयाग के सहयोग से तीन दिवसीय तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विद्यालयों के 30 से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। राबाइका अगस्त्यमुनि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि नपं अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल ने किया। इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हुनरमंद होना समय की मांग है। इसीलिए नई शिक्षा नीति में छोटी कक्षाओं से छात्रों को हुनरमंद बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यशाला छात्रों को स्थानीय उत्पादों को विकसित करने में मदद करेगी। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार हरीश गुसाईं ने कहा कि इस कार्यशाला से छात्र स्थानीय संसाधनों का प्रयोग करते हुए भविष्य में जीविकोपार्जन हेतु योग्यता हासिल कर सकेंगे। कार्यक्रम के संयोजक डायट रतूड़ा के प्रभारी प्राचार्य विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बनाना व रोजगार के अवसर प्रदान करना है। नई शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य भी यही है। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. विनोद कुमार यादव ने कार्यशाला के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिला उद्योग केन्द्र के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों में स्थानीय उत्पादों के माध्यम से व्यावसायिक कौशल विकास दक्षता को बढ़ावा देना है। जो उनका आत्मनिर्भरता की ओर पहला कदम होगा। जिससे भविष्य में स्थानीय उद्योग धन्धों को बढ़ावा मिल सके। और ग्रामीण विकास में राष्ट्रीय उद्देश्यों की प्राप्ति हो सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राबाइका अगस्त्यमुनि की प्रधानाचार्या रागनी नेगी ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार जताया। कार्यशाला में जिला उद्योग केन्द्र के मनोज बिष्ट, अंजलि, तनिष्का तथा रविकान्त मुख्य सन्दर्भदाता के रूप छात्रों कोप्रशिक्षण देंगे। संचालन वरिष्ठ प्रवक्ता गंगाराम सकलानी ने किया। कार्यशाला में राइका भीरी, कण्डारा, मणिपुर, गौरी मेमोरियल, केन्द्रीय विद्यालय, अउ राइका अगस्त्यमुनि, चिल्ड्रन एकेडमी, राबाइका अगस्त्यमुनि तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय डांगी गुनाऊं के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बबीता राणा, ललिता रौतेला, हेमन्त चौकियाल, वन्दना कोठारी, आकाश कण्डारी, यतवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
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