दीपक बेंजवाल  / अगस्त्यमुनि दस्तक पहाड न्यूज।- रुद्रप्रयाग जनपद के सबसे बड़े राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में छात्रसंघ चुनावों से पूर्व ही बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। महाविद्यालय में 7 नवम्बर को निर्वाचन के साथ ही चुनाव परिणाम भी घोषित किए जाने है। रविवार 5 नवम्बर को नाम वापसी के साथ वैध सूची का प्रकाशन होना था लेकिन अध्यक्ष पद पर  क्रम को लेकर विवाद हो गया।

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दरअसल यहाँ छात्र संघ के कुल छः पदों पर 13 छात्रों के नामांकन हुए। जिसमें छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर तीन प्रत्याशी जिनमें नितिन नेगी पुत्र जीतपाल सिंह नेगी, प्रमोद भलवान पुत्र गोविन्द सिंह और नितिन नेगी पुत्र राजेन्द्र सिंह नेगी ने नामांकन कराया। लेकिन दावेदारी में नितिन नेगी समान नाम होने पर वैध सूची के क्रम पर असमंजस की स्थिति खड़ी हो गई। जिस पर चुनाव संचालन समिति ने एक प्रत्याशी प्रमोद भलवान को छोड़कर समान नाम वाले दोनो प्रत्याशियों को वार्ता के लिए बुलाया और उनसे सुविधाजनक नियम सुझाने को कहा। इस बैठक के बाद लिए निर्णय पर 11 प्रत्याशियों द्वारा सहमति भी व्यक्त कर दी गई थी। लेकिन बाद में निर्दलीय प्रत्याशी नितिन नेगी और एनएसयूआई प्रत्याशी प्रमोद भलवान इसके विरोध में आ गए। यहाँ तक कि निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में आए एक छात्र नेता चंद्रप्रकाश पैट्रोल की बोतल और माचिस हाथ में लेकर चुनाव कार्यालय के सामने ही बैठ गए। वो और अन्य छात्र चुनाव संचालन समिति से क्रम निर्धारण का कारण जानने पर अड़ गए। वही काॅलेज प्रशासन का कहना है वैध सूची (मत पत्र) पर प्रत्याशी के नाम का अंकन किस नियम से हो इस सम्बन्ध में लिंग दोह समिति 2006 एवं महाविद्यालय के छात्र संघ संविधान में कोई नियम अथवा दिशानिर्देश अंकित नहीं हैं। जिस पर ग्रेवांश समिति, छात्र संघ निर्वाचन समिति, शास्ता मण्डल द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि वैध सूची (मत पत्र) प्रकाशन में प्रत्याशियों के नाम उनके नामांकन के आरोही कम के अनुसार अंकित किये जायेंगे। जिला प्रशासन की उपस्थिति में उपरोक्त लिये गये निर्णय के सम्बन्ध में प्रत्याशियों को अवगत कराया गया।  कुल 13 प्रत्याशियों में से 11 प्रत्याशियों द्वारा इस पर सहमति व्यक्त की गयी है। लेकिन बवाल कर रहे छात्रों ने इस निर्णय को मानने से साफ इंकार कर दिया और कालेज प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करने लगे। हालांकि मौके पर पहुंचे तहसीलदार रामकिशोर ध्यानी और थानाध्यक्ष राजीव चौहान ने छात्रों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन भड़के हुए छात्र मानने को तैयार नहीं है। खबर लिखे जाने के पिछले पांच घंटे से अधिक तक छात्र नेता पेट्रोल से भरी बोतल हाथ में लेकर चुनाव संचालन समिति कक्ष के बाहर धरने पर बैठे है।