दीपक बेंजवाल  / दस्तक पहाड न्यूज/ अगस्त्यमुनि उत्तराखंड की देव संस्कृति के संरक्षण और प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले व उत्तराखंड की पहली सरकार कैबिनेट मंत्री रहे मोहन सिंह गांववासी अब हमारे बीच नहीं रहें। पिछले कुछ माह से बीमार चल रहे मोहन सिंह गांववासी ने आज देहरादून स्थित एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। जन संघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे मोहन सिंह गांववासी अपनी ताउम्र भारतीय जनता पार्टी की मजबूती के लिए काम करतें रहें। उनके निधन से जनपद पौड़ी सहित पूरे उत्तराखंड

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में शोक की लहर फ़ैल गई हैं। मोहन सिंह गांववासी शहरों का मोह छोड़ पौड़ी में ही अपने परिवार सहित निवासी करतें थे। उत्तराखंड की देव संस्कृति के लिए हमेशा आगे रहकर काम करने वाले मोहन सिंह गांववासी ही वह पहलें शख्स थे, जिन्होंने सबसे पहले हरिद्वार महाकुम्भ के दौरान उत्तराखंड की समस्त देव डोलियों कों गंगा स्नान कराया था। उनकी सादगी और सौम्यता का ही यह नतीजा था कि ज़ब वह कैबिनेट मंत्री भी रहें तों वह जनता के सबसे प्रिय मंत्रियो में शामिल रहें। पिछले कुछ वर्षो से उनकी ही अगुवाई में बदरीनाथ धाम से देवताल यात्रा का सफल आयोजन किया जा रहा था। फूलदेई को राज्य का बालपर्व घोषित करने की मुहिम में सक्रियता से लगे रहे और इसी मुहिम के चलते उन्होंने अगस्त्यमुनि में दस्तक के फूलदेई महोत्सव में भी उन्होंने शिरकत की थी। जीवन के अंतिम दिनों में भी पहाड़ को फिर से आबाद करने की बातें करने वाले मोहन सिंह गांववासी अकेले ऐसे भाजपा के राजनेता थे जिन्हें विपक्षी राजनीतिक पार्टियां भी उतना ही सम्मान देती थी, जितनी भारतीय जनता पार्टी देती थी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री मोहन सिंह रावत 'गांववासी' जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि यह समाचार अत्यंत दुःखद है। राज्य में संगठन की मजबूती में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। ईश्वर पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिवारजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। गाँववासी के निधन पर केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाचस्पति सेमवाल, पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष चण्डीप्रसाद भट्ट, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रदेश महामंत्री अनूप सेमवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता जयवर्धन काण्डपाल, जगदंबा प्रसाद बेंजवाल, विनय भट्ट, श्रीनंद जमलोकी, उमेश चंद्र काण्डपाल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शोक प्रकट किया है।