हरीश गुसाई  / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड न्यूज। अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र में शुक्रवार रात से हो रही भारी बारिस से कई मोहल्ले जलमग्न हो गये। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से हालात काफी बिगड़ गये। बसंत विहार में विधायक आवास सहित कई घरों में देर रात बरसाती पानी घुस गया, सुबह होते-होते घरों के अहाते और रास्ते पानी से लबालब हो गए। नगर क्षेत्र की स्टेट बैंक कॉलोनी के बीच में बहने वाला नाला भारी उफान पर आने से उसका पानी सड़क पर ऐसा बहने लगा मानो नदी इधर ही बह रही हो। नाले में क्षमता से

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अधिक पानी आने से इस मोहल्ले में कई घरों एवं दुकानों में पानी भर गया। नगर क्षेत्र के बंसत विहार में हालात ज्यादा खराब रहे, इसी क्षेत्र में सबसे अधिक घरों में पानी घुसा। यहाँ केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत के आवास के साथ लेखराज खत्री, प्रकाश खत्री, चंद्र सिंह रावत, बाघ सिंह नेगी समेत दो दर्जन से अधिक घर पानी से लबालब हो गए। वहीं स्टेट बैंक कालोनी में नाला उफान पर आने से कई दुकानों एवं घरों में पानी भर गया। जिसमें सांसद प्रतिनिधि श्रीनन्द जमलोकी, कांग्रेस नेत्री रजनी रावत के निचले तल में पानी लबालब भर गया। जिससे निचले तलों में रहने वाले किरायेदारों के घर के अन्दर तक पानी पहुंच गया। वहीं कुछ दुकानों में भी बरसात का पानी घुस गया। स्थानीय लोगों ने किसी तरह से नाले के पानी को दूसरी ओर मोड़ा तब जाकर पानी रूक पाया। नाकोट गांव का पानी एक ही जगह डाइवर्ट करने से हर वर्ष बरसात में इस कालोनी में पानी घुस जाता है। जबकि लोनिवि एनएच को कई बार जल निकासी हेतु स्क्रबर बनाने की मांग की गई। परन्तु एनएच बजट न होने का बहाना बना देता है पिछले पांच वर्षों से यही हो रहा है। बता दें अगस्त्यमुनि के नाकोट, बंसत विहार सहित स्टेट बैंक वाले क्षेत्र के निवासी लंबे समय से बरसात के समय जल भराव की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। खेतों में तेजी से आवासीय भवन बन जाने से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। सार्वजनिक रास्तों पर अतिक्रमण कर दिया गया, कुछ ने दीवारे खड़ी कर पानी की निकासी ही बंद कर दी तो कई भवन स्वामियों ने रास्ते ही गायब कर दिए आलम ये हुआ कि बरसाती पानी हर बरसात में खुद रास्ता बनाते हुए घरों में घुसने लगा है। कुछ साल पूर्व इसी बरसाती पानी ने बंसत विहार समेत खण्ड विकास कार्यालय में भी भयंकर तबाही मचाई थी। हालाँकि नगर पंचायत द्वारा ड्रेनेज के लिए नालियाँ बनाई जा रही है, लेकिन आपसी सहमति न होने से इस पर भी कार्य नहीं हो पा रहा है। आज नगर क्षेत्र में सुरक्षित ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत है, जिस पर शीघ्र काम न किया गया तो भविष्य में नगर क्षेत्र की जनता को गंभीर नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसके लिए स्थानीय निकाय के साथ आम आदमी को भी सहयोग करना होगा तभी हर कोई सुरक्षित रह पायेगा।