Big Breaking|| शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत और कुलदीप रावत मिलकर लड़ेंगें चुनाव ? सार्थक चर्चा के बाद की फोटो सोशियल मीडिया में वाइरल

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कालिका काण्डपाल। दस्तक न्यूज ब्यूरो।

केदारनाथ उपचुनाव की आचार संहित लागू होने के दो दिन बीत जाने के बाद भी राजनैतिक दलों ने अपने प्रत्याशी घोषित नही किये हैं। सूत्रों की मानों तो पार्टी तीनों प्रबल दावेदारों शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत, पूर्व विधायक आशा नौटियाल और दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके कुलदीप रावत को छोडकर किसी चौथे पर दांव खेल सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह की क्षेत्र में संक्रियता के बाद ये कयास लगाये जा रहे हैं कि पार्टी किसी बड़े नेता को टिकट दे सकती है।
पहले ही पूर्व विधायक स्व0 शैलारानी रावत की पुत्री शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत भाजपा के सदस्यता अभियान में सबसे ज्यादा सदस्य बनाने का पोस्टर जारी कर क्षेत्र में सक्रियता को पूर्व विधायक आशा नौटियाल से ज्यादा बता चुकी है। शाम होते होते सोशियल मीडिया में पहले ही हर दशा में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके कुलदीप रावत के साथ उपचुनाव पर सार्थक चर्चा का फोटो पोस्ट करने से राजनैतिक गलियारे में कयासों के बाजार को और अधिक गर्म कर दिया है। राजनैतिक पंडितों की मानों तो बड़े नेताओं को टिकट मिलने की संम्भावनों के बाद दोनों प्रबल प्रत्याशीयों ने पार्टी पर दबाब बनाने के लिये मुलाकात की है। माना जा रहा है कि यदि किसी तीसरे को पार्टी टिकट देती है तो दोनों में से एक निर्दलीय चुनाव लड़ सकता है। दोनों ही दावेदारों के पास पार्टी से हटकर अपने वोटर हैं, और दोनों के एक हो जाने पर जादुई आंकडे पार हो सकते हैं। जिससे भाजपा की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। तो ऐसे में भाजपा अपने प्रत्याशी का नाम फाइनल करने में अभी एक सप्ताह का समय लगा सकती है जिससे कि पार्टी के डेमेज को कम किया जा सके। इस सबके बीच कार्यकर्ताओं में सबसे बड़ी असमंजस बनी हुई है। पार्टी पदाधिकारी गुपचुप तरीखे के सभी दावेदारों से सम्पर्क कर पूरे सहयोग का भरोशा तो दे रहे है लेकिन खुलकर किसी का भी समर्थन करने से बच रहे हैं। केदारनाथ सीट को विकास की लहर से जीतने की घोषणा कर चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही सभी मंत्रियों से क्षेत्र में कदमताल करा चुके हैं। लेकिन पार्टी के प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी केदारनाथ सीट टिकट बंटवारें में छोटी सी गलती पर भंवर में फंस सकती है। कहीं न कहीं पार्टी हाईकमान भी जानता है कि इस सीट पर काग्रेंस प्रत्याशी से ज्यादा टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाला दावेदार चुनाव हरा सकता है। इसलियें भाजपा फूंकफूंक कर कदम रख रही है।

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केदारनाथ उपचुनाव में किसकी होगी जीत?

  • आशा नौटियाल (भाजपा) (46%, 23 Votes)
  • मनोज रावत (कांग्रेस) (40%, 20 Votes)
  • त्रिभुवन चौहान (निर्दलीय) (8%, 4 Votes)
  • आशुतोष भण्डारी (यूकेडी) (6%, 3 Votes)
  • अन्य (0%, 0 Votes)

Total Voters: 50

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