पंजाब में सामाजिक संस्था के सहयोग से 17 साल से बंधक बना उत्तराखंडी युवा हुआ मुक्त, परिजनों से मिलाया
1 min read
25/06/202511:23 pm
दस्तक पहाड़ न्यूज, पंजाब।।
पंजाब की एक सामाजिक संस्था के निस्वार्थ कार्य के बलबूते पिछले 17 वर्षों से अधिक समय से एक तबेला में उत्तराखंड के एक युवक जिसे तबेला मालिक ने बंधुवा मजदूर बना कर रखा था।उस युवक को बंधुवा मजदूरी से मुक्त करवा दिया हैं। संस्था ने बंधुवा मजदूर युवक को मुक्त करवा कर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया है।
दरअसल बुधवार की सुबह से ही उत्तराखंड में तेजी के साथ एक युवक का आडियो वीडियो सोशल मीडिया में चल रहा है जोकि पंजाब के अमृतसर के किसी गांव के एक तबेले में काम करते हुए दिखाया जा रहा है। वायरल हो रहा हैं।उस वीडियो में युवक पंजाब की एक सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए दिखाया गया हैं। जिसमें युवक अपना नाम राजेश पुत्र आशा लाल निवासी उत्तराखंड, जिला चमोली विकासखंड नारायणबगड़ के कौब गांव का बताते दिख रहा है। इसमें युवक के द्वारा बताया जा रहा है कि वों उनसे ज्यादा बात नही करेगा और काम नही करने पर मालिक के द्वारा उससे पीटाई की जाएगी। युवक बता रहा हैं कि वों सालों से मालिक के गौशाला में काम करता आ रहा है। इस वायरल वीडियो के वायरल होने के बाद चमोली पुलिस प्रशासन ने मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि 2008 में कौब थान के आशा लाल का पुत्र राजेश करीब 15 साल की उम्र में घर से किसी बात से नाराज हो कर घर छोड़ कर चला गया था। उसके बाद से युवक का अपने परिजनों के साथ किसी भी तरह का संपर्क नही रह गया था। बताया जा रहा है कि इस वीडियो के सोशल मीडिया पर जारी होने से पहले ही संस्था के द्वारा बंधन मुक्त करवायें युवक के परिजनों से संपर्क साध कर उन्हें युवक के संबंध में आवश्यक जानकारियां देते हुए उसके कुशलक्षेप की जानकारी दी गई। युवक के संबंध में जानकारी मिलने के तत्काल बाद उसके परिजन कौब से पंजाब के लिए युवक को लेने रवाना हो गए थे। युवक की वर्षों बाद सकुशल बरामदगी से युवक के परिजनों के साथ ही कौब गांव के निवासियों में काफी अधिक खुशी का माहौल बन गया है।
थराली के उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट ने बताया कि बंधक बनाएं गए युवक को पंजाब की सामाजिक संस्था के द्वारा जरूरी पूछताछ के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया है। रतन देव सेवा सोसाइटी नामक संगठन और उसके अध्यक्ष जगदीश सिंह इस मामले को सामने लाए। इस संबंध में उनकी युवक के परिजनों से वार्ता हो चुकी है। एसडीएम ने बताया कि इस मामले को काफी अधिक गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक से वार्ता कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। और युवक एवं उसके परिजनों को हर संभव सहायता को कहा है। एसडीएम ने बताया कि तहसील प्रशासन की एक टीम को कौब गांव में भेज कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा रही हैं।
देश और दुनिया सहित स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहे दस्तक पहाड़ से।
खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।
पंजाब में सामाजिक संस्था के सहयोग से 17 साल से बंधक बना उत्तराखंडी युवा हुआ मुक्त, परिजनों से मिलाया
दस्तक पहाड़ की से ब्रेकिंग न्यूज़:
भारत में सशक्त मीडिया सेंटर व निष्पक्ष पत्रकारिता को समाज में स्थापित करना हमारे वेब मीडिया न्यूज़ चैनल का विशेष लक्ष्य है। खबरों के क्षेत्र में नई क्रांति लाने के साथ-साथ असहायों व जरूरतमंदों का भी सभी स्तरों पर मदद करना, उनको सामाजिक सुरक्षा देना भी हमारे उद्देश्यों की प्रमुख प्राथमिकताओं में मुख्य रूप से शामिल है। ताकि सर्व जन हिताय और सर्व जन सुखाय की संकल्पना को साकार किया जा सके।
दस्तक पहाड़ न्यूज, पंजाब।।
पंजाब की एक सामाजिक संस्था के निस्वार्थ कार्य के बलबूते पिछले 17 वर्षों से अधिक समय से एक तबेला में उत्तराखंड के एक युवक जिसे तबेला मालिक ने बंधुवा मजदूर
बना कर रखा था।उस युवक को बंधुवा मजदूरी से मुक्त करवा दिया हैं। संस्था ने बंधुवा मजदूर युवक को मुक्त करवा कर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया है।
दरअसल बुधवार की सुबह से ही उत्तराखंड में तेजी के साथ एक युवक का आडियो वीडियो सोशल मीडिया में चल रहा है जोकि पंजाब के अमृतसर के किसी गांव के एक तबेले में
काम करते हुए दिखाया जा रहा है। वायरल हो रहा हैं।उस वीडियो में युवक पंजाब की एक सामाजिक संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए दिखाया गया हैं।
जिसमें युवक अपना नाम राजेश पुत्र आशा लाल निवासी उत्तराखंड, जिला चमोली विकासखंड नारायणबगड़ के कौब गांव का बताते दिख रहा है। इसमें युवक के द्वारा बताया जा
रहा है कि वों उनसे ज्यादा बात नही करेगा और काम नही करने पर मालिक के द्वारा उससे पीटाई की जाएगी। युवक बता रहा हैं कि वों सालों से मालिक के गौशाला में काम
करता आ रहा है। इस वायरल वीडियो के वायरल होने के बाद चमोली पुलिस प्रशासन ने मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि 2008 में कौब थान के आशा लाल का पुत्र राजेश
करीब 15 साल की उम्र में घर से किसी बात से नाराज हो कर घर छोड़ कर चला गया था। उसके बाद से युवक का अपने परिजनों के साथ किसी भी तरह का संपर्क नही रह गया था। बताया
जा रहा है कि इस वीडियो के सोशल मीडिया पर जारी होने से पहले ही संस्था के द्वारा बंधन मुक्त करवायें युवक के परिजनों से संपर्क साध कर उन्हें युवक के संबंध
में आवश्यक जानकारियां देते हुए उसके कुशलक्षेप की जानकारी दी गई। युवक के संबंध में जानकारी मिलने के तत्काल बाद उसके परिजन कौब से पंजाब के लिए युवक को
लेने रवाना हो गए थे। युवक की वर्षों बाद सकुशल बरामदगी से युवक के परिजनों के साथ ही कौब गांव के निवासियों में काफी अधिक खुशी का माहौल बन गया है।
थराली के उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट ने बताया कि बंधक बनाएं गए युवक को पंजाब की सामाजिक संस्था के द्वारा जरूरी पूछताछ के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया है। रतन
देव सेवा सोसाइटी नामक संगठन और उसके अध्यक्ष जगदीश सिंह इस मामले को सामने लाए। इस संबंध में उनकी युवक के परिजनों से वार्ता हो चुकी है। एसडीएम ने बताया कि
इस मामले को काफी अधिक गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक से वार्ता कर
उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। और युवक एवं उसके परिजनों को हर संभव सहायता को कहा है। एसडीएम ने बताया कि तहसील प्रशासन की एक टीम को कौब गांव में भेज कर
आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा रही हैं।