एक गाँव में दो प्रधान.. बच्छणस्यूँ पट्टी के बामसू गाँव का है मामला। लापरवाही हुई, दोनों पक्ष पहुँचे प्रमाण पत्र लेने, सुबह से कर रहे इंतज़ार
1 min read01/08/2025 6:06 pm
हरीश गुसांई / अगस्त्यमुनि। दस्तक पहाड न्यूज ब्यूरो। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद से अगस्त्यमुनि विकास खण्ड के बामसू ग्राम पंचायत में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है कि आखिर प्रधान कौन बना है ? मतगणना कर्मियों की लापरवाही कहंे या भूल कहें कि विजयी संजय सिंह हुआ और रिकार्ड में संग्राम सिंह को विजयी बना दिया। ऐसे में प्रमाण पत्र निर्गत करने को लेकर दोनों पक्षों में बहस हो गई। दरअसल कल सांय को जब मतगणना हुई तो संजय सिंह को विजयी घोषित किया गया। जिसके बाद वे जश्न मनाते हुए घर लौट गये। परन्तु जब आज वे मतगणना स्थल पर प्रमाण पत्र लेने आये तो रजिस्टर में संग्राम सिंह को विजयी दिखाया गया है। इसी समय संग्राम सिंह भी अपने समर्थकों के साथ प्रमाण पत्र लेने आ धमके। उनके पास पंचायत चुनाव की अधिकृत वेवसाइट की फोटो प्रतिलिपि थी। जिसमें संग्राम सिंह को विजयी दिखाया गया है। वहीं रजिस्टर में भी संग्राम सिंह दर्ज किया गया था। जिससे विवाद की स्थिति पैदा हुई। आरओ अतुल सेमवाल ने बताया कि मतगणना के बाद तीन प्रतियों में परिणाम पूर्ण कर आने थे। परन्तु कर्मचारी द्वारा अपूर्ण प्रपत्र लाने पर उसे इसे पूर्ण करने के लिए कहा गया था। इसी बीच एक अपूर्ण प्रति एनआईसी को चली गई। बाद में कर्मचारी द्वारा सही प्रतियां लाने पर उसे एनआईसी को भेजा गया। परन्तु तब तक एनआईसी द्वारा इसे क्लोज कर दिया गया था। जिसकी वजह से संग्राम सिंह का नाम गलत चढ़ गया था। सुबह एनआईसी से इस गलती को सुधारने को कहा गया। जिसके बाद उन्होंने इसे सुधारा। आरओ के इस स्पष्टीकरण को नकारते हुए संग्राम सिंह के समर्थक इसे साजिस करार देते हुए नाइन्साफी की बात करने लगे। गलती को सुधारते हुए संजय सिंह को विजयी घोषित करते हुए प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया है।
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