दस्तक पहाड़ न्यूज ऊखीमठ। केदारनाथ विधानसभा की विधायक आशा नौटियाल के गांव दिलमी का राजकीय प्राथमिक विद्यालय सात वर्ष बाद फिर से गुलजार हो गया है। यहां, बुधवार को कक्षा 1 से 5वीं तक आठ छात्र-छात्राओं ने प्रवेश लिया है, जिनका माल्यार्पण किया गया। विभाग ने प्रधानाध्यापक रणवीर सिंह नेगी को विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है। वर्षों बाद स्कूल के पुन: संचालित होने से अभिभावकों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। जनपद रुद्रप्रयाग में एक तरफ कम छात्र संख्या के चलते कई प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों पर बंद होने का खतरा मंडरा है। वहीं, केदारनाथ विस में तुंगनाथ घाटी के

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पर्यटन ग्राम पंचायत सारी के राजस्व गांव दिलमी का बंद पड़ा राजकीय प्राथमिक विद्यालय का सात वर्ष बाद फिर से संचालन शुरू हो गया है। वर्ष 2018 में शून्य छात्र संख्या के कारण विभाग ने विद्यालय को बंद कर दिया गया था। इस वर्ष मई में दिलमी गांव के ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग और विधायक आशा नौटियाल को पत्र लिखकर विद्यालय पुन: संचालित करने की मांग की थी। साथ ही विभाग को 11 बच्चों के नाम की सूची सौंपी थी, जिनका विद्यालय में प्रवेश होना है। इधर, बुधवार को सरस्वती पूजन के साथ राजकीय प्राथमिक दिलमी का पुन: संचालन शुरू किया गया। एनपीआरसी देवेंद्र बजवाल की मौजूदगी में प्रधानाध्यापक रणवीर सिंह नेगी ने विद्यालय का कार्यभार संभाला। इस मौके पर उन्होंने कक्षा एक में 1, कक्षा दो में 3, कक्षा तीन में 1, कक्षा चार में 2 और कक्षा पांच में 1 छात्र-छात्रा का प्रवेश कराते हुए जरूरी औपचारिकताएं पूरी की। उन्होंने विद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्रा देवांशी, खुशी, मिष्टी, ईशानी, अंबिका, भूमिका का माल्यार्पण किया गया। प्रधानाध्यापक ने पहले दिन सभी छात्र-छात्राओं को हिंदी, गणित और सामान्य ज्ञान की पढ़ाई भी कराई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक रणवीर सिंह नेगी ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वह बेहतर तरीके से निभायेंगे। साथ ही विद्यालय को पूरे क्षेत्र में आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। इधर, जिला शिक्षाधिकारी बेसिक अतुल सेमवाल ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय दिलमी का सात वर्ष बाद पुन: संचालन शुरू किया गया है, जो सुखद है। विद्यालय में सभी मूलभूत सुविधाओं के लिए ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। तय मानकानुसार विद्यालय में कम से कम 25 छात्र संख्या होनी चाहिये, इसके लिए सभी अभिभावकों से संपर्क किया जाएगा। साथ ही आने वाले समय में विद्यालय भवन और छत की मरम्मत भी की जाएगी। दूसरी तरफ विद्यालय के पुन: संचालन पर अभिभावक मुकेश नौटियाल, सुनील नौटियाल, संदीप लाल, महेंद्र लाल, जगदंबा प्रसाद, लक्ष्मी देवी, मेघा देवी, महेश्वरी देवी ने खुशी जताते हुए कहा कि अब, उनके पाल्यों को पढ़ाई के लिए दो किमी दूर मस्तूरा की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इस मौके पर राप्रावि सारी की प्रधानाध्यापिका सरिता नेगी, भूपेंद्र राणा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा देवी, प्रीति देवी आदि थे। राजकीय प्राथमिक विद्यालय दिलमी का पुन: संचालन शुरू हो गया है, जो खुशी की बात है। विद्यालय को सभी मूलभूत सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं - आशा नौटियाल, विधायक केदारनाथ विधानसभा, उत्तराखंड शासन