हरीश गुसांई  / दस्तक पहाड  न्यूज ब्यूरो। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आज मतगणना का दिन रहा। प्रशासन द्वारा मतगणना को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी। प्रातः से ही अगस्त्यमुनि खेल मैदान में प्रत्याशियों के समर्थकों की भीड़ लगनी प्रारम्भ हो गई थी। प्रशासन ने इस बार प्रत्याशियों के एजेण्टों के लिए बालिका इण्टर कालेज की ओर से गेट बनाया था। जिससे सारी भीड़ बालिका विद्यालय के गेट पर ही रही। इससे केदारनाथ हाईवे पर जाम भी लगता रहा। प्रातः आठ बजे से मतगणना प्रारम्भ हुई। सबसे पहले कण्डारा वार्ड से मतगणना प्रारम्भ हुई। और लगभग पौने नौ बजे पहला परिणाम प्रधान पद का आया। हालांकि आरओ द्वारा विधिवत घोषणा लगभग 11 बजे के आसपास आई। इससे मीडियाकर्मियों में भारी रोष रहा। मतगणना स्थल पर मीडिया सेण्टर न होने से मीडियाकर्मी चुनाव

Featured Image

परिणाम के लिए एजेण्टों की ढ़ूंड करते रहे। जिला पंचायत कण्डारा वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी अजयवीर भण्डारी ने भाजपा अधिकृत प्रयाशी को 352 मतो से हराकर बड़ी जीत दर्ज की। भीरी वार्ड से भी निर्दलीय प्रत्याशी किरन देवी ने जीत दर्ज की। स्यूर से ऋतु नेगी, सतेराखाल से गम्भीर सिंह बिष्ट, ल्वारा से सुबोध बगवाड़ी, कालीमठ से सोमेश्वरी भट्ट, कण्डाली से निर्मला  बहुगुणा, सिल्ला बामणगांव से बिमला देवी, चोपता से सम्पन्न नेगी, त्रियुगीनारायण से अमित मैखण्डी, खलियाण बांगर से ग्यालू लाल, खांकरा से पूनम कठैत विजयी हुए। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर भणजग्वाड़ से लक्ष्मी प्रसाद ने 226 मतों से जीत दर्ज की। किणजाणी सीट पर सुनीता देवी ने 396 मतो से जीत दर्ज की। क्यंूजा सीट से राजनारायण ने 62 मतों से, कण्डारा सीट से अरविन्द ने 65 मतों से, जलई सुरसाल से निर्मला देवी ने 155 मतों से, कान्दी से युद्धवीर सिंह ने 153 मतों से, फेगू से संजू देवी ने 65 मतों से, डांगी से साहिरा बेगम ने 187 मतों से जीत दर्ज की। नैली से अजय कुमार ने निवर्तमान प्रमुख विजया देवी को 491 मतों से हराया। क्यार्क बरसूड़ी से पवन चन्द्र ने 5 मतों से बष्टी से रश्मि देवी ने 3 मतों से जीत दर्ज की। सिल्लाबामण गंाव से गायत्री देवी, तोन्दला से मंगला देवी, जगोठ से भुवनेश्वरी देवी, भौंसाल से सत्येन्द्र लाल, स्वांरी ग्वांस से मंजू देवी विजयी रही। प्रधान पद पर क्यार्क बरसूड़ी से गीता देवी, डूंगर भटवाड़ी से प्रेमनाथ सिंह, दोला से विकास सिंह, गबनी गांव से अंजू नौटियाल, कण्डारा से अंजू देवी, मोली से योगम्बर सिंह, भीरी से दलवीर सिंह, जलई सुरसाल से हिना देवी, कोन्था से रजनी देवी, क्यूंजा से विनोद लाल, बाड़व मल्ला से अंजना देवी, किणजाणी से अनुराधा देवी, कान्दी से लक्ष्मी देवी, अखोड़ी से आशीष सिंह, भणजग्वाड़ से बबीता देवी, केड़ा मल्ला से प्रवीणा देवी, कणसिली से दीपक चन्द्र, तिनसोली से विनोद कुमार, बरम्वाड़ी से मनीषा देवी, तालजामण से दीनानाथ, सेना गढ़सारी से शौका देवी, डमार टेमरिया से शशि देवी, जौला से दीपा देवी, बष्टी से आकांक्षा भट्ट, सिनघाटा से रामेश्वर गिरी, वीरों देवल से विशेश्वरी देवी, नागजगई से सुमन देवी,नैनी पोण्डार से नीतू सिंह, फेगू से पूजा देवी, डालसिंगी से हरीश लाल, पाली से शर्मिला, नैली से मनोज प्रसाद, डांगी से श्याम लाल, फलई से प्रकाश चन्द्र, सिल्लाबामण गांव से लता चन्द, तोन्दला से मीरा देवी, पिल्लू से राखी देवी, कलाकोट से जसपाल सिंह, गिंवाला से रेणू देवी, कमसाल से उर्मिला देवी, मालखी से सन्दीप सिंह विजयी रहे। और जब पर्ची से बना प्रधान  जनपद के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम कांदी में पंचायत चुनाव में ऐसा रोमांचक नजारा देखने को मिला, जो विरले ही सामने आता है। ग्राम प्रधान पद के लिए हुई वोटिंग में दो महिला प्रत्याशियों दृ लक्ष्मी देवी और पूनम देवी के बीच कांटे की टक्कर रही। शुरू से ही मतगणना में दोनों एक-दूसरे को बराबरी की टक्कर देती रहीं और अंततः ऐसा मोड़ आया जिसने चुनावी इतिहास में इस मुकाबले को यादगार बना दिया। दरअसल, अंतिम राउंड की मतगणना के बाद यह चौंकाने वाला परिणाम सामने आया कि दोनों उम्मीदवारों को बराबर दृ 168-168 वोट मिले। ऐसे में किसी एक को विजेता घोषित करना संभव नहीं था। ऐसे मामलों में राज्य निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार लॉटरी (पर्ची) प्रणाली अपनाई जाती है, और इसी प्रक्रिया से अंतिम फैसला किया गया। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन की मौजूदगी में दोनों प्रत्याशियों के नाम की पर्चियाँ तैयार की गईं और एक पर्ची निकाली गई। किस्मत का साथ लक्ष्मी देवी के साथ था दृ उनकी पर्ची निकली और उन्हें ग्राम कांदी की नव-निर्वाचित प्रधान घोषित किया गया। लक्ष्मी देवी का चुनाव चिन्ह आइसक्रीम था, जो ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय भी बना रहा। इस अनोखे और निष्पक्ष निर्णय प्रक्रिया ने न सिर्फ लोकतंत्र की खूबसूरती को दर्शाया, बल्कि यह भी दिखाया कि ग्रामीण भारत में भी चुनाव कितने रोमांचक और पारदर्शी हो सकते हैं। अब ग्राम कांदी की जनता को लक्ष्मी देवी से नई उम्मीदें हैं। वहीं पूनम देवी ने भी हार स्वीकारते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में पूरा विश्वास जताया।