विनोद नौटियाल / ऊखीमठ– तुंगनाथ घाटी के नहरा (परकण्डी ) गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के पांचवें दिन भव्य श्री कृष्ण जन्मोत्सव की झांकी निकाली गई। इस दौरान सम्पूर्ण कथा स्थल श्रीकृष्ण के जयकारों से गूंज उठा। श्रीमद् भागवत की मुख्य आयोजक श्रीमती कमला देवी ने बताया कि 27 जुलाई से प्रारंभ हुआ यह महायज्ञ 3 अगस्त को सम्पन्न होगा। सात दिवसीय श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में प्रति दिन विभिन्न गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु कथा श्रवण करने पंहुच रहे हैं।
श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की झांकी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक आचार्य बृज मोहन सेमवाल ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मात्र करने से ही मनुष्य के पापों का हरण हो जाता है।कहा कि इन्द्रियों में मन ,शब्दों में ओंकार, वृक्षों में पीपल, शस्त्रों में बज्र, पितरों में अर्यमा, नदीयों में गंगा, छन्दों में गायत्री, महीनों में मार्गशीर्ष, ऋतुओं में बसन्त, गायों मे कामधेनु, वेदों में सामवेद, हाथियों में ऐरावत, नागों में वासुकी, पर्वतों में हिमालय, देव सेनापतियों में कार्तिकेय को श्रेष्ठ माना गया है। कथावाचक आचार्य बृजमोहन सेमवाल ने कहा कि जो मनुष्य निस्वार्थ भाव से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करता है उस मनुष्य को बुद्धि, तेज, आयु, सम्पत्ति, सुख, यश , पुत्र, पौत्रादि, मुक्ति तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा वह मनुष्य जन्म मरण के बन्धन से छुटकारा पा लेता है! सात दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में मुकेश वशिष्ठ , सन्दीप थपलियाल, वासुदेव द्वारा संगीत पर साथ दिया जा रहा है जबकि आचार्य देवी प्रसाद वशिष्ठ, शिवानन्द सेमवाल, राजन सेमवाल, गिरीश सेमवाल की वेद ऋचाओं से तुंगनाथ घाटी सहित नहरा गाँव का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है! सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश त्रिवेदी ने बताया कि सात दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में प्रति दिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर कथा श्रवण कर रहे हैं ! इस मौके पर भवानन्द पुरी महाराज, राज्यमंत्री चण्डी प्रसाद भटट्, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रान्त प्रचारक नारायण, जिला प्रचारक पंकज, पत्रकार रमेश नौटियाल लक्ष्मण सिंह नेगी,व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्, अंजनी देवी, नन्दकिशोर त्रिवेदी, सरोज देवी, नर्वदेश्वर त्रिवेदी, कंचन देवी, रोशन त्रिवेदी, सरिता देवी, दीनदयाल त्रिवेदी, मोहन चन्द त्रिवेदी, सूर्यनारायण त्रिवेदी, बृजमोहन त्रिवेदी, जय कृष्ण त्रिवेदी, रामस्वरूप त्रिवेदी, दिनेश त्रिवेदी, विमलचन्द त्रिवेदी, पुरूषोत्तम त्रिवेदी, सुशील भण्डारी, गंगाराम सकलानी, गजेन्द्र चौधरी, जितेन्द्र राणा , महेश बर्त्वाल, डॉ अंजनेश पंवार, कुलदीप रावत,प्रवीण मैठाणी, जयंत नैथानी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे !