दस्तक न्यूज ब्यूरो। अगस्त्यमुनि
केदारनाथ की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ विधायक सभा उपचुनावों में आज एक नया मोड़ ले लिया है। जहां एक ओर शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत दिवंगत विधायक की एकलौती बेटी होने के नाते इस टिकट पर केवल उनका हक होने की बात करती नजर आ रही थी, तो वहीं आज शैलारानी रावत के नजदीकी एवं खुद को उनके बेटे से बढ़कर बताने वाले भाजपा नेता एवं गढ़वाल विवि के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जयदीप बर्त्वाल ने आज रुद्रप्रयाग में पत्रकार वार्ता कर अपनी दावेदारी को सबसे मजबूत बताते हुए उनकी मौत को लेकर कई खुलासे किये। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे शैलारानी रावत के सबसे नजदीकी राजनैतिक सहयोगी होने के साथ साथ दिल से इनके परिवार के सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय शैलारानी रावत से उनका भावनात्मक रिश्ता था। वे बीते 30 सालों से उनके साथ एक बेटे की तरह जुड़े थे। भले ही उनका स्व. शैला से खून का रिश्ता न हो किंतु भावनात्मक रिश्ता होने के नाते उनके निधन के बाद यदि भाजपा उनके परिवार के सदस्य को टिकट देना चाहती है तो वे भी केदारनाथ विधानसभा से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। दिवंगत विधायक शैलारानी रावत के धर्मपुत्र कहने वाले जयदीप ने कहा कि उनकी मां समान केदारनाथ की विधायक के उपचार में घोर लापरवाही बरती गई। परिवार के सदस्यों को उनकी बीमारी के बारे में कोई जानकारी तक नहीं थी, जबकि एक षड़यंत्र की तरह उन्हें दूर रखा गया। जब वह अचेत अवस्था में चली गई, तब पुलिस में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर उन्हे स्व शैला से दूर रखा गया। आईसीयू में भर्ती कराकर परिवार के दोनों सदस्य घर चले गए। कहा कि स्व. शैला की इच्छा थी कि उनके अंतिम संस्कार में चिता पर मुखाग्नि मेरे हाथों से हो, किंतु ऐसा नहीं होने दिया गया।